Karnataka Class 10 Hindi Solutions वल्लरी Chapter 5 मेरा बचपन

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मेरा बचपन Questions and Answers, Notes, Summary

अभ्यास

I. एक वाक्य में उत्तर लिखिए:

प्रश्न 1.
अब्दुल कलामजी का जन्म कहाँ हुआ?
उत्तर:
अब्दुल कलामजी का जन्म मद्रास राज्य के रामेश्वरम् कस्बे में हुआ।

प्रश्न 2.
अब्दुल कलामजी बचपन में किस घर में रहते थे?
उत्तर:
अब्दुल कलामजी बचपन में अपने पुश्तैनी घर में रहते थे।

प्रश्न 3.
अब्दुल कलामजी के बचपन में दुर्लभ वस्तु क्या थी?
उत्तर:
अब्दुल कलामजी के बचपन में पुस्तकें दुर्लभ वस्तु थी।

प्रश्न 4.
जैनुलाबदीन ने कौनसा काम शुरु किया?
उत्तर:
जैनुलाबदीन ने लकडी की नौकाएँ बनाने का काम शुरु किया।

प्रश्न 5.
अब्दुल कलामजी के चचेरे भाई कौन थे?
उत्तर:
अब्दुल कलामजी के चचेरे भाई शमसुद्दीन थे।

II. दो-तीन वाक्यों में उत्तर लिखिए:

प्रश्न 1.
अब्दुल कलाम का बचपन बहुत ही निश्चिंतता और सादगी में बीतने के कारण लिखिए।
उत्तर:
अब्दुल कलाम के घर आडंबर के लिए कोई स्थान नहीं था। अनावश्यक या ऐशो आराम वाली चीजों से वे दूर रहते थे। घर में आवश्यक चीजें समुचित मात्रा में सुलभता से उपलब्ध थी।

प्रश्न 2.
आशियम्माजी अब्दुल कलाम को खाने में क्या क्या देती थी?
उत्तर:
आशियम्माजी अब्दुल कलाम को खाने में चावल एवं स्वादिष्ट सांबार देतीं । साथ में घर का बना अचार और नारियल की ताजी चटनी भी देती थी।

प्रश्न 3.
जैनुलाबदीन नमाज के बारे में क्या कहते थे?
उत्तर:
एक बार अब्दुल कलाम नें अपने पिताजी जैनुलाबदीन से नमाज की प्रासंगिकता के बारे में पूछा। तब उन्होंने कहा कि जब तुम नमाज़ पड़ते हो तो तुम अपने शरीर से इतर ब्रह्मांड का एक हिस्सा बन जाते हो; जिसमें दौलत, आयु, जाति या धर्म-पंथ का कोई भेदभाव नहीं रहता।

प्रश्न 4.
जैनुलाबदीन ने कौनसा काम शुरु किया?
उत्तर:
जैनुलाबदीन ने लकड़ी की नौकाएँ बनाने का काम शुरू किया। एक स्थानीय ठेकेदार के साथ समुद्र तट के पास वे नौकाएँ बनाने लगे। ये नौकाएँ तीर्थयात्रियों को रामेश्वरम् से धनुषकोडी तक लाने-ले जाने के काम आती थीं।

III. चार या पाँच वाक्यों में उत्तर लिखिए:

प्रश्न 1.
शमसुद्दीन अखबारों के वितरण का कार्य कैसे करते थे?
उत्तर:
शमसुद्दीन रामेश्वरम् में अखबारों के एकमात्र वितरक थे। अखबार रामेश्वरम् स्टेशन पर सुबह की ट्रेन से पहुँचते थे। इस अखबार एजेंसी को अकेले शमसुद्दीन ही चलाते थे। रामेश्वरम् में अखबारों की जुमला एक हजार प्रतियाँ बिकती थी।

IV. इन महावरों पर ध्यान दीजिए :

  1. पौ फटना = प्रभात होना
  2. काम आना = काम में आना, इस्तेमाल होना

V. अन्य वचन रूप लिखिए:

  • बच्चा, गली, केला, नौकां, प्रतियाँ, पुस्तकें

उत्तर:

  1. बच्चा – बच्चे
  2. गली – गलियाँ
  3. केला – केले
  4. नौका – नौकाएँ
  5. प्रतियाँ – प्रति
  6. पुस्तकें – पुस्तक

VI. विलोम शब्द लिखिए:

  • बहुत, शाम, सफल, अच्छा, बडा, अपना

उत्तर:

  1. बहुत × कम
  2. शाम × सुबह
  3. सफल × असफल
  4. अच्छा × बुरा
  5. बडा × छोटा
  6. अपना × पराया

VII. जोडकर लिखिए:

 आ
1. मेरे पिता अ. चचेरे भाई
2. मद्रास राज्य आ. अंतरंग मित्र
3. शमसुद्दीन इ. रामानंद शास्त्री
4. अहमद जलालुद्दीन ई. जैनुलाबदीन
5. पक्का दोस्त उ. तमिलनाडु
ऊ. रामेश्वरम्

उत्तर – जोडकर लिखना :

1. मेरे पिता  ई. जैनुलाबदीन
2. मद्रास राज्य उ. तमिलनाडु
3. शमसुद्दीन अ. चचेरे भाई
4. अहमद जलालुद्दीन आ. अंतरंग मित्र
5. पक्का दोस्त इ. रामानंद शास्त्री

VIII. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए:

  1. आशियम्मा उनकी आदर्श ……….. थीं।
  2. रामेश्वरम् प्रसिद्ध ………… है।
  3. पुजारी पक्षी लक्ष्मण शास्त्री मेरे पिताजी के …………. थे।
  4. अखबार एजेंसी को अकेले ………. ही चलते थे।
  5. अहमद जलालुद्दीन की …………. के साथ शादी हो गई।

उत्तर:

  1. जीवनसंगिनी
  2. तीर्थस्थल
  3. अभिन्न मित्र
  4. शमसुद्दीन
  5. जोहरा

IX. अनुरूपता :

प्रश्न 1.
गाँधीजी: राष्ट्रपिता :: अब्दुल कलामः…………..
उत्तर:
राष्ट्रपति

प्रश्न 2.
जलालुद्दीन : जीजा :: शमसुद्दीन : ……………..
उत्तर:
चचरे भाई ।

प्रश्न 3.
ट्रेन : भू-यात्रा :: नौका : ……………….
उत्तर:
जल-यात्रा

प्रश्न 4.
हिन्दू : मन्दिर :: इस्लाम :…………….
उत्तर:
मस्जिद्

X. सही शब्द से खाली स्थान भरिए:

प्रश्न 1.
अब्दुल कलाम का जन्म ………. में हुआ ।
अ. चेन्नै
आ. बेंगलूर
इ. रामेश्वरम्
ई. श्रीरंगम्।
उत्तर:
इ. रामेश्वरम्

प्रश्न 2.
रामेश्वरम् में प्रतिष्टित ………. मंदिर है।
अ. विष्णु
आ. अय्यप्पा
इ. हनुमान
ई. शिव
उत्तर:
ई. शिव

प्रश्न 3.
जैनुलाबदीन की दिनचर्या ………. के पहले शुरू होती थी।
अ. पौ फटने
आ. सूर्यास्त
इ. दोपहर
ई. शाम
उत्तर:
अ. पौ फटने

प्रश्न 4.
अहमद जलालुद्दीन अब्दुल कलाम को. कहकर पुकारा करते थे।
अ. अब्दुल
आ. आजाद
इ. राष्ट्रवादी
ई. कलाम
उत्तर:
आ. आजाद

XI. वाक्यों में प्रयोग कीजिए:

जीवन संगिनी, पुश्तैनी, प्रसिद्ध, दिनचर्या, संतुष्टि
उत्तर:

  1. जीवन संगिनी- श्रीराम की जीवन संगिनी का नाम सीता था।
  2. पुश्तैनी- गाँव में हमारा पुश्तैनी मकान है।
  3. प्रसिद्ध- लाल किला प्रसिद्ध किला है।
  4. दिनचर्या- मैं अपनी दिनचर्या भगवान का नाम | लेकर शुरु करता हूँ।
  5. संतुष्टि- जीवन में संतुष्टि आवश्यक है।

XII. पर्यायवाची शब्द लिखिए:

घर, बुनियाद, शाम, शरीर, दोस्त
उत्तर:
घर – गृह, मकान
बुनियाद – नींव
शाम – सायंकाल
शरीर – काया, तनु
दोस्त – मित्र, सखा

भाषा ज्ञान

I. उदाहरण के अनुसार प्रेरणार्थक क्रिया शब्दों को लिखिए:

पढ़ना – पढ़ाना
उत्तर:

  1. देखना – दिखाना
  2. सुनना – सुनाना
  3. करनां – कराना
  4. जगना – जगाना
  5. भेजना – भिजवाना
  6. चलना – चलाना
  7. बैठना – बिठाना
  8. रोना – रुलाना
  9. धोना – धुलाना
  10. देना – दिलाना

II. उदाहरण के अनुसार प्रेरणार्थक शब्दों की सहायता से पाँच वाक्य बनाइए:
उदा- अध्यापक कहानी सुनाते हैं।
उत्तर:

  1. मोहन जलेबी खिलाता है।
  2. माँ बच्चे को सुलाती है।
  3. दादजी कहानी सुनाते हैं।
  4. भैया दुकान से सामान लाता है।
  5. सब्जीवाला सब्जी बेचता है।

मेरा बचपन Summary in Hindi

मेरा बचपन लेखक परिचय :
अउल फकीर जैनुलाबदीन अब्दुल कलाम जी का जन्म 15-10-1931 को हुआ। बड़े वैज्ञानिक डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम जी 25-07-2002 से 24-07-2007 तक हमारे देश के राष्ट्रपति थे। देश के आदर्श तथा ‘जनवादी राष्ट्रपति’ के नाम से भारत के करोड़-करोड़ हृदयों में प्रतिष्ठित कलाम जी अपनी 82 वर्षों की उम्र में भी अनेकानेक सामाजिक प्रगतिशील आंदोलनों में अत्यंत सक्रिय रहे। बच्चों तथा युवकों के चैतन्यशील एवं बहुमुखी व्यक्तित्व के निर्माणार्थ आपके नये अभियान का मंत्र था – ‘मैं क्या दूँ?’ स्वपरिवर्तन की ओर उन्मुख इस अभियान का उद्घोष था – ईमानदार कार्य एवं ईमानदार का नाम। ‘होमपाल’ अभियान द्वारा आप बचपन में ही इन सवालों को बोना चाहते थे कि “मैं देश के लिए क्या दे सकता हूँ? समाज एवं परिसर के लिए क्या कर सकता हूँ?”

पाठ का आशय :
भारत के राष्ट्रपति कलाम जी का जीवन सादगी का मिसाल था। उनके माता-पिता का परिश्रम, आडंबरहीन जीवन सबके लिए आदर्शप्राय है। उनका परिवार अतिथियों की सेवा से संतृप्त था। उनका परिवार धार्मिक एकता को मानता था। बच्चों के चैतन्यशील, बहुमुखी व्यक्तित्व के निर्माण के लिए ऐसे आदर्श व्यक्तियों की जीवनी प्रेरणाप्रद है।

पाठ का सारांश :
डॉ. ए.पी.जे. अब्दुल कलाम का जन्म तमिलनाडु के रामेश्वरम कस्बे में हुआ था। उनके पिता जैनुलाबदीन बुद्धिमान और उदार व्यक्ति थे। उनकी माँ आशियम्मा एक आदर्श पत्नी थी। समाज में उन्हें आदर्श माना जाता था। कलाम का परिवार रामेश्वरम की मस्जिदवाली गली में रहता था। उनका जीवन सादगी और निश्चिंतता के साथ बीता था।

मेरा बचपन Summary in Hindi 1

कलाम अक्सर अपनी माँ के साथ रसोई में नीचे बैठकर खाना खाते थे। रामेश्वर का प्रसिद्ध शिव मन्दिर उनके घर से पैदल दस मिनट की दूरी पर था। अपने मुहल्ले में रहने वाले हिन्दू परिवारों के साथ वे मिल-जुलकर रहते थे। कलाम के पिता उन्हें नमाज के लिए साथ ले जाते थे।

रामेश्वर मंदिर के पुजारी पक्षी लक्ष्मण शास्त्री उनके पिताजी के परम मित्र थे। वे आपस में आध्यात्मिक चर्चाएँ करते थे। एक बार कलाम ने अपने पिताजी से नमाज की प्रासंगिकता के बारे में पूछा था। उन्होंने जवाब दिया था कि नमाज के वक्त व्यक्ति जाति-धर्म-पंथ के भेदभाव से दूर हो जाता है। कलाम पर उनके पिताजी के विचारों का गहरा असर था। कलाम के पिताजी ने नौका बनाने का काम ठेकेदार अहमद जलालुद्दीन के साथ शुरू किया। बाद में इनके साथ कलाम की बड़ी बहन जोहरा से शादी हुई।

एक बार कलाम ने समुद्र की तेज हवाओं के कारण पामबन के पुल को टूटते और जन-हानि को देखा था। इससे उन्हें समुद्र की अपार और अनियंत्रित उर्जा का पता चला।

मेरा बचपन Summary in Hindi 2

जलालुद्दीन उनके घनिष्ठ मित्र बन गए थे। वे आपस में चर्चाएं करते थे। वे कलाम को ‘आजाद’ कहकर बुलाते थे। जलालुद्दीन अंग्रेजी लिख-पढ़ सकते थे। उन्होंने कलाम को शिक्षित व्यक्तियों, वैज्ञानिक खोजों, समकालीन साहित्य और चिकित्सा विज्ञान की उपलब्धियों से परिचय करवाया।

कलाम बचपन में उग्र राष्ट्रवादी एस.टी.आर. मानिकम के निजी पुस्तकालय से किताबें लाकर पढ़ते थे। मानिकम ने हमेशा पढ़ने के लिए उत्साहित किया। चचेरे भाई शम्सुद्दीन से भी कलाम प्रभावित हुए थे। वे अखबार एजेंसी चलाते थे।

बचपन में कलाम के तीन पक्के दोस्त थे – रामानंद शास्त्री, अरविंदन और शिवप्रकाश। अलग-अलग धर्म के होने के बावजूद भी किसी ने भी आपस में भेदभाग महसूस नहीं किया। भारत के राष्ट्रपति कलाम का जीवन सादगी की मिसाल था। इस पाठ के द्वारा छात्र सादगी, धार्मिक सहिष्णुता, मिल-जुलकर रहना और किताबें पढ़ने का प्रयोजन आदि की प्रेरणा पा सकते हैं।

मेरा बचपन Summary in English

My Child Hood Summary in Englsh

This lesson is an autobiography of Dr. A.P.J. Abdul Kalam. Through this lesson the writer has given inspiration to children about simplicity, spirituality, tolerance, unity and reading habits and its benefits.

Dr. Kalam was born in a middle-class family in Rameshwaram present Tamil Nadu. Father Jainulabadeen for not educated formally but he had the wisdom and was very liberal. Mother Ashiamma, their’s was a model family.

Kalam was one of several children. Kalam was medium built. This house was situated in Masjid road. Father was leading a simple life, he was against vanity but all the facilities were available in their house. Kalam had a simple but comfortable childhood.

Kalam’s mother served kalam simple but tasty nutritious food. He lived very near to the famous Shiva temple of Rameshwaram. The area in which he lived was dominated by the Muslim population but Hindu’s and Muslims lived together happily. Kalam’s father used to take kalam to the near masjid for evening prayers.

The chief priest of Rameshwaram temple pakshi Lakshmana Shastry and Kalam’s father were close friends. Both discussed spirituality.
Kalam’s father used to wake up before sunrise performs Namaj and go to their coconut garden. He used to bring coconuts and then took his breakfast.

Kalam believed in the power of the unknown God. He believed that an unseen power is protecting all of us from difficulty and agony and directs to the right path.

Kalam’s father started manufacturing wooden boats when Kalam was first six years old. Their boats were used to ferry pilgrims from and to Rameshwaram and Dhanush Kodi.

Kalam’s elder sister Johara’s marriage was performed with Jalaluddin who was a partner in building wooden boats with Kalam’s father. One day the sea became very rough due to strong winds and the boats of Kalam’s father were washed away into the sea. Pamban bridge also breached causing train accident packed with passengers. Kalam had seen the damage of the sea and now he experienced the rough face of the sea also.

Though Jalaluddin was elder to Kalam by 15 years, he was very intimate with Kalam and used to call ‘Azad’ affectionately.

मेरा बचपन Summary in Kannada

मेरा बचपन Summary in Kannada 1
मेरा बचपन Summary in Kannada 2
मेरा बचपन Summary in Kannada 3
मेरा बचपन Summary in Kannada 4

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