Students can Download Karnataka SSLC Hindi Model Question Paper 1 with Answers, Karnataka SSLC Hindi Model Question Papers with Answers helps you to revise the complete Karnataka State Board Syllabus and score more marks in your examinations.
Karnataka State Syllabus SSLC Hindi Model Question Paper 1 with Answers
Time: 2.30 Hours
Max Marks: 80
1. निम्नलिखित प्रश्नों के लिए चार – चार विकल्प सुझाए गए है, उनमें से सर्वाधिक उचित विकल्प चुनकर लिखिए (8 x 1 = 8)
प्रश्नः 1.
विद्यार्थी’ यह इस संधि का उदाहरण है।
A. दीर्घ संधि
B. गुण संधि
C. यण संधि
D. वृद्धि संथि
उत्तरः
A. दीर्घ संधि
प्रश्नः 2.
देना का प्रथम प्रेरणर्थक शब्द है।
A. दिलाना
B. दिलवाना
C. दोना
D. दुगना
उत्तरः
A. दिलाना
प्रश्नः 3.
‘सागर’ का समानार्थक शब्द है।
A. समुद्र
B. नदी
C. नाला
D. कुआ
उत्तरः
A. समुद्र
प्रश्नः 4.
‘पाप – पुण्य’ यह इस समास का उदाहरण है।
A. तप्तुरूष.
B. द्वंद्व
C. कर्मधारय
D. द्विगु
उत्तरः
B. द्वंद्व
प्रश्नः 5.
‘सज्जन’ का विलोम शब्द लिखो
A. सर्वज्ञ
B. सदाजार
C. दुर्जन
D. नीराजन
उत्तरः
C. दुर्जन
प्रश्नः 6.
‘लडर’ का अन्यलिंग रूप है?
A. लहरी
B. लहरे
C. लहरों
D. लहराईयाँ
उत्तरः
B. लहरे
प्रश्नः 7.
‘अध्यापक का अन्य लिंग रूप है।
A. अद्यापकी
B. अद्याथी
C. अध्यापकनी
D. अद्यापिका
उत्तरः
D. अद्यापिका
प्रश्नः 8.
‘काम आना’ इस मुहवरे अर्थ है।
A. काम करन
B. काम के आना
C. काम में जाना
D. दूर करना
उत्तरः
B. काम के आना
II. निम्नलिखित प्रथम दो शब्दों के सूचित संबंधों के अनुरूप तीसरे शब्द का संबंधित शब्द लिखिए। (4 x 1 = 4)
प्रश्नः 9.
भाद्रावती : लोहे और इस्पात :: मैसूर :
उत्तरः
चंदन का आगार
प्रश्नः 10.
मुखिय : धीरज सक्सेना :: सेवक :
उत्तरः
साधोगम
प्रश्नः 11.
कशमीरी सेब : प्रेमचंद :: गिल्लू :
उत्तरः
महादेवी वर्मा’
प्रश्नः 12.
हिन्दू : मंदिर :: इस्लाम :
उत्तरः
मसजिद
III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक – एक वाक्यों में लिखिए। (4 x 1 = 4)
प्रश्नः 13.
इंटरनेट का अर्थ क्या है?
उत्तरः
इंटरनेट का अर्थ है अनगिनत कंप्यूटरों के | कई अंतर्जाला का एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का जाल है।
प्रश्नः 14.
समय किसका दिया अनुपम धन है?
उत्तरः
समय भगवान दिया अनुपम धन है।
प्रश्नः 15.
कर्नाटक में कौन – कौन जलप्रपात है?
उत्तरः
कर्नाटक में जोग, अब्बी गोकाक, शिवन समुद्र आदि।
प्रश्नः 16.
खेल में कौन बेईमानी करता है?
उत्तरः
खेल में श्यामू बेईमानी करता है।
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए। (8 x 2 = 16)
प्रश्नः 17.
लेखक ने कमरा छोड़कर जाने का निर्णय · क्यों लिया?
उत्तरः
लेखक के कमरे में लेखक का चप्पल, चादर, कम्बल यहाँ तक की ताल चोरी हो गई थी, वे सोचने लगे कि अमर में और कुछ देर तक रहे तो मैं भी चोरी होती हूँ समझकर लेखक कमरा छोड़कर जाने का निर्णय किया।
प्रश्नः 18.
ई-गवर्नेस क्या है?
उत्तरः
ई-गवर्नेस द्वारा सरकार के सभी कामकाज का विवरण, अभिलेख, सरकारी आदेश आदि को यथावत् लेने को सूचित किया जाता हैं। इस से प्रशासन पारदर्शी बन सकता हैं।
प्रश्नः 19.
बसंत के पैर देखकर डॉक्टर ने क्या कहा?
उत्तरः
बसंत के पैर देखकर डॉक्टर ने कहा किऐसा लगगा है कि पैर की हड्डी टूट गई है। स्क्रीन करके देखना होग दूसरा पैर ठीक हो, पर इसे अभि अस्पताल ले जाना चाहिए।
प्रश्नः 20.
आशियम्मा जी अब्दुल कलाम को खाने में क्या-क्या देती थी ?
उत्तरः
आणियम्मा जी अब्दुल कलाम जी के सामने केले का पत्ता बिछाकर और फिर उस पर चावल एवं सुगांति, स्वादिष्ट सांबार डालती, साथ में घर का बना अचार और नारियल की तजी चटनी देती थीं।
प्रश्नः 21.
दिनकर जी के अनुसार मानव का सही
उत्तरः
दिनकर जी के अनुसार मानव का सही परिचय यह हैं। दिनकर जी इस कविता द्वारा यह संदेश देना चाहते हैं कि आज के मानव नें प्रकृति के हर तत्व पर विजय प्राप्त कर ली हैं। किन्तु विडंबना यह है कि, उसने स्वयं को नहीं पहचाना, अपने भाईचारे को नहीं समझा। प्रकृति पर विजय प्राप्त करना मनुष्य की साधना हैं, मानव – मानव के बीच स्नेह का बांध – बांधना मानव की सिद्धि हैं। जो मानव दूसरे मानव से प्रेम का रिश्ता जोडकर आपस की दूरी को मिटाए, वही मानव कहलाने का अधिकारी होगा।
प्रश्नः 22.
लेखिका ने गिल्लू के प्राण कैसे बचाये?
उत्तरः
लेखिका उसे हाल से उठाकर अपने कमरे में | लायी – फिर रूई से रक्त पोछकर धावों पर पेन्सिलिन का महरम लगाया कई घंटे के उपचार के उपशन्त उस के मुह में एक बूंद पानी टपकाया जा सका। तीसरे दिन तक वह थोदा चल पाने की कोशिश कर रहा था। इस तरह लेखिक ने गिल्लू के प्राण बचाये
प्रश्नः 23.
भारत मा के प्रकृति सौंदर्य का वर्णन किजिए?
उत्तरः
भारत मां की प्रकृति हरे भरे खेतों से और फल फूलों से भरे वन – उपवन से युक्त हरियाली से सुशोभित है। इतना ही नहीं, व्यापक खनिजों से भरा धन राशी से भी भारत माँ सुशोभित हैं। भारत माता एक हाथ में न्याय पताका तथा दूसरे हाथ में ज्ञान – दीप को धारण कर बहुत ही सुन्दर सुशोभित हो रही हैं। भारत माँ प्रकृति माँ बन कर सुशोभित हैं।
अथवा
सौर – मंडल का सबसे बड़ा उपग्रह कौनसा है?
उत्तरः
सौर – मंडल का सबसे बड़ा उपग्रह टइटन
प्रश्नः 24.
‘सत्य’ क्या होत है? उसका रूप कैसे होता है?
उत्तरः
सत्य भोला – भाला, अपनी आँखो से जो देखा, बिना नमक मिर्च लगाये बोल दिया। वहीं सत्य है| दृष्टि का प्रतिबिंब, ज्ञान की प्रतिबिंब, आत्मा की वाणी ही इसका रूप हैं।
अथवा
संभाषण का विषय क्या था?
उत्तरः
संभाषण का विषय है कि : नागरिकों के मूल कर्तव्या
V. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार पर वाक्यों में लिखिए। (9 x 3 = 27)
प्रश्नः 25.
गाँव को सफाई के लिए बालक क्या कार्म करते है।
उत्तरः
अपना स्कूल के परिसर को स्वच्छ रखना। गंदगी को दूर करना, गाँव में कई गड्ढे हैं, उनको मिट्टी से ढाँपना। गाँव का कूडा डालने के लिए निचित जगह बनाना। गाँव को हरा-भरा रखना। चारों तरह पेज पौधे लगाना। घरों में भी फलदार पेड लगाना।
प्रश्नः 26.
कर्नाटक के साहित्यकारों कन्नड भाषा तथा संस्कृति को क्या देना है?
उत्तरः
कर्नाटक के आनेक साहित्यकारों ने सारे संसार में कर्नाटक की कीर्ति फैलाई है।वचनकार वसवण्णा क्रांतिकारी समाज सुधारक थे, अक्कमहादेवी, अल्लमप्रभु सर्वज्ञ जैसे अनेक संतों ने प्रेम दया और धर्म की सीख दी है। पुरंदरदास, कनकदास आदि कवियों ने भक्ति और नीति के गीत गए है। पंप, स्त्र, पोन्न, हरिहर, राघवांक आदिकवियों ने कन्नड साहित्य को समृद्ध किया है।
अब – तक कर्नाटक के आठ साहित्यकारों ने ज्ञानपीठ पुरस्कार मिल चुका है। यह कन्नड भाषा, साहित्य, संस्कृति और कर्नाटक के लिए गौरव का विषय है।
प्रश्नः 27.
कृष्ण अपनी माता यशोदा के प्रति क्यों नराज है?
उत्तरः
कृष्ण अपनी माता यशोदा के प्रति इसलिए नाराज है कि बरराम को वह कभी नही डाँटानी हैं ता मारती है बल्कि कृष्ण को ही कभी कभी डॉट खाना पड़ता है। इसलिए ऋण अपनी माता यशोदा से नाराज हैं।
प्रश्नः 28.
दक्षिणी शिखार पर चढते समय बिछेद्री के अनुभव के बारे में लिखिए?
उत्तरः
दक्षिण घिखर के ऊपर हवा की गति बढ़ गई | थी। उस ऊँचाई पर तेज हवा के झोंके भुरभुरे बर्फ के कणों को चारों तरफ उद्धा रहे थे जिससे कुछ दिखाई नहीं दे रहा था। उन्होंने देखा कि थोड़ी दूर तक कोई ऊँची चढाई नहीं है। ढलान एकदम साधी नीची चली गई है। उनकी साँसे एकदम रुक सी गई थीं। उन्हें लगा था कि सफलता बहुत नज़दीक है। 23 मई 1984 के दिन दोपहर के 1 बजकर 7 मिनट पर वें एवरेस्ट की चोटी पर खड़ी थी।”
प्रश्नः 29.
विडियों कान्फरेन्स के बारे में लिखिए?
उत्तरः
एक जगह बैठकर दुनिया के कई देशों के प्रतिनिधियों के साथ 8-10 दुरदर्शन के परदे पर चर्चा कर सकते हैं। एक ही कमरे में बैठकर विभिन्न देसों में रहनेवाले लोगों के साथ विचार – विनिमन कर सकते हैं।
प्रश्नः 30.
समय का सदुपयोग कैसे करना चाहिए?
उत्तरः
आलस को छोडकर, बिना किसी बहाने की जो काम करना उसी समय में ही मन लगाकर करनी चाहिए। तभी तो समय का सदुपयोग होगा।
प्रश्नः 31.
मंत्री तथा कर्यकर्ताओं के बीच के क्या चर्चा हुआ?
उत्तरः
मंत्री – तुम क्या करते हो? तुम्हारी …. यहाँ है? तुम्हारे रहते चोरियाँ हो रही है। यह ईमान्दार सम्मेलन है। बाहर यह चोरी की ढात फैल गयी तो कितनी बदनामी होगी? कार्याकर्त – हम क्या करे? अगर सम्माननीय डेलिगेट वहाँ – वहाँ जाए, तो क्या हम उन्हें रोक सकते है ? मंत्री – [गुस्से से] मैं पुलिस को बुलाकर यहाँ सबकी तलाशी करवाता हूँ।
प्रश्नः 32.
दोहे का भावार्थ आपने श्ब्दों में लिखिए तुलसी साथी विपति के, विद्या विनय विवेक साहस सुति सुसत्यव्रत, राम भरोस एक भावार्थ:
उत्तरः
प्रस्तुत दोहे में तुलसीदास जी कह रहे है कि मनुष्य पर जब विपत्ति,पडती है। तब विद्या, विनय तथा विवेक उसका साथ निभाते है। उसी प्रकार जो रामप भरोसा करता है। वह साहसी सुसत्यव्रत, और सुकृतवन बनता।
प्रश्नः 33.
गध्यांश का आनुवाद कन्नड या अंग्रेजी में कीजिए:
उत्तरः
दुकानदार ने तराजू उठायी और अपने नौकर से बोल – सुनों, आधा सेर कश्मीरी से निकाल ला चुनकर लाना
ಆಂಗಡಿಯವನನ್ನು ಒಂದು ತಕ್ಕಡಿಯನ್ನು ತಂದು ಕೆಲಸದವನಿಗೆ ಹೇಳಿದನ್ನು ನೋಡು, ಇವರಿಗೆ ಅರ್ಧ ಕೆ.ಜಿ. ಕಾಶ್ಮೀರಿ ಸೇಬನ್ನು ಆರಿಸಿಕೊಡು ಎಂದು.
The Shop-keeper brought a weighing – scale and asked his assistant to select half a kilogram of apples and give it to the customer.
VI. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच-छ: वाक्यों में लिखिए (2 x 4 = 8)
प्रश्नः 34.
बसंत एक ईमानदार लडका है कैसे? समझाए?
उत्तरः
बसंत ईमानदार लडका हैं। वह गरीब जरूर है किन्तु वह भीख माँगना नहीं चाहता। अपने से बने कार्य करता हैं। छोटी – छोटी चीजों को बेचना चाहता हैं। राजकिशोर दो पैसे देने के लिए तैयार भी थे। किन्तु बसंत उसे साफ इनकार कर कहा कि – मैं भीख नहीं माँगूगा। दूसरी एक घटना है कि वह एक रूपया का छुटा लेने जाता है। उस के पैर मोटर के नीचे दब जाती हैं।
ऐसी संदर्भ में भी बसंत ने अपने छोटे भाई प्रताप को साढे चौदाह आने राजकिशोर को लौटाने के लिए भेजता हैं। इस से वसंत को ईमानदारी साबित होती हैं।
अथवा
कर्नाटक की प्राकृति सौंदर्य का वर्णन किजिए कर्नाटक के प्राकृतिक सौंदर्य अनोखा हैं। पश्चिम में विशाल अरबी समुद्र लहराता हैं। इसी प्रांत में दक्षिण – उत्तर की छार पश्चिमघाटों से सुशोभित हैं। इन्ही घाटो का कुछ भाग सह्याद्रि कहलाता हैं। दक्षिण में नीलगिरी की पर्वतावलियाँ शोभायमान हैं। कुल मिलकर कह सकते है कि कर्नाटक की प्राकृतिक सुषमा नयन मनोहर हैं।
प्रश्नः 35.
निम्नलिखित कवितांश पूर्ण कीजिए:
उत्तरः
असफलता एक चुनौती है इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो। जब तक न सफल हो, निंद चैन को त्यागो तुम संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम
VII. निम्नलिखित गध्यांश ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :(1 x 4 = 4)
कहते हैं – सिक्शा के बिना मनुष्य पशु के समान माना जाता हैं अत: प्रत्येक को शिक्षा प्राप्त करना जरूरू है। एक समय ऐसा था जा स्त्रीयों की शिक्षा जरूरी नहीं मानी जाती है। सभी को चहार – दीवारी में बंद रहना पड़ता था और यह भी सोचा कि स्त्री केवल चूल्हे – चव्की तक ही सीमित रहना चाहिए।
आज समय बदल गया है। स्त्री और पुरूष का भेद मिटता जा रहा है। पुरुष की तरह स्त्री भी भी पढकर होशियार हो बन रही है वह भी पुरूषो की तरह हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है। अब स्त्री अबला न रहकर सजला है।
प्रश्नः
क) शिक्षा के बिना मनुष्य क्या माना गया है?
उत्तरः
शिक्षा के बिना मनुष्य पशु के समान है
ख) प्रत्येक को क्या जरूरू है?
उत्तरः
प्रत्येक को शिक्षा प्राप्त करने का जरूरी है।
ग) आज स्त्री क्या बन रही है?
उत्तरः
आज की शिक्षा स्त्री और पुरुष का भेद मिटता जा रहा है।
घ) हर क्षेत्र क्या बढ़ रही है?
उत्तरः
हर क्षेत्र में आगे बढ़ रही है।
VIII. 37. दिया गया संकेत बिंदुओं के आधार पर 12-15 वाक्यों में किसी एक विषय के बारे में निबंध लिखिए। (1 x 4 = 4)
क) नागरिक के कर्तव्य
- नागरिक का अर्थ
- कर्तव्य / लक्षण
- नागरिक और सरकार
- उपसंहार
प्रस्तावन : हमारा देश भारत है । भारत देश में अलग-अलग दंग के वेश-भूषा, भाषा, संस्कृति, खानपान और रहन-सहन हैं। उसके साथ अच्छे नागरिक का आवश्यकता भी है।
नागरिक का अर्थ : जो देश में सच्चे और ईमानदार परिश्रमी नागरिक का आवश्यकता जरूरी है। नव निर्माण के लिए देश में बने नागरिक की देश के समृद्धि या निर्माण के प्रतिक होते हैं । हमरे देश पहले गांवों से भरा था। कृषि हमारा मुख्य काम था। तब से साथ-साथ में जीवन । कृषि बिताते हुए नव निर्माण के लिए परिश्रमी कर रहा है। जो समाज में जीविका चला रहा है। वह नागरिक है।
कर्तव्य / लक्षण : अच्छे नागरिक का गुण या लक्षण यह होना चहिए कि देश, के लिए ईमानदार और देश रक्षा, भाषा, संस्कृति आदि को आदर भावना | से देखना चाहिए । देश में होनेवाली हानियों को दूर | करना अच्छे विचारों को अपनाकर देश रक्षा के लिए तत्पर होना चाहिए, इसलिए समाज को योग्य नागरिकों की जरूरत है।
अच्छा नागरिक बनने के लिए मानवीय आनंद में कुछ करना चाहिए । मनुष्य में जो गुण हैं उनकी प्रशंसा करें । ईया और द्वेष को दूर रखें। खुद को आगे बढ़ाने की कोशिश में मानवीय मूल्यों को कुचल न देना । अच्छा नागरिक बनने के लिए उपयुकत गुण होना चाहिए।
समाज का सुधार उसमें रहनेवाले व्यक्तियों पर अवलंबित है । व्यक्तियों के भला या बुरा होने से हम समाज को भला या बुध कहते है। जो नागरिक दूसरों को उपदेश न देकर खुद अपने चरित्र और स्वभाव पर लागू करते हैं । ऐसे नागरिकों से समाज का सुधार होता है।
नागरिक और सरकार : आजादि के पहले के नेता लोगो के सामने आजदी को पाने का उददेश था । वे आजादी की लड़ाई में कूद पहते थे। जैसे सरकार के विभगों और आदेशों को स्वीकार कर पालन करते है। सरकार के साथ रहने से अच्छे काम-काज चलता रहता है। आज कल कुछ नागरिक सरकार के विरुद्ध नार लगाते है और कुछ नागरिक सरकार का नियम पालन कर देश के कर्तव्य पर निर्भर रहते है |
उपसंहार : जो देश के उन्नति के लिए सच्चेअच्छे नागरिक का बहुत आवश्यकता है। इसलिए हम हमारा देश, भाषा, संस्कृति, संपदा को रक्षा करते हुए हमार कर्तव्य मानकर हमरी जीवन में अपनाना है । तब हम अच्छे नागरिक बनते हैं।
ख) वन महोत्सव
- अर्थ
- महत्व
- संरक्षण
- उपसंहार
अर्थ : आदिकाल से मनुष्य प्रकृति की गोद में पाला बड़ा हुआ है। प्रकृति की अपार संपदा मानवजीवन के लिए बहुत आवश्यक है। मानव का जीवन वनों पर आश्रित है। मनुष्य को वनों से प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष दोनों प्रकार से लाभ है। वन हमारी आर्थिक संपदा के स्रोत है । वनों से हमें कच्चा माल प्राप्त होता है, वनों से अधिक मात्रा में इमारती लकड़ी, वार्निश, रबड आदि मिलता है। विभिन्न जड़ी-बूटियों, सुगंधित पदा बनाने के साधन और कागज का सामान सभी वनों से मिलते हैं ।
महत्व : प्राकृतिक सौंदर्य और पर्यावरणका आधार वन ही है। वन वर्षा में सहायक होते हैं तथा वायु को शुद्ध करते हैं । वेदों में प्रकृति की आराधना की गई है। आज तक हमारे देश में आवला, नीम, केला, पीपल और तुलसी की पूजा की जाती है। पृथ्वी को हरा-भरा, सुंदर और आकर्षक बनाने में वृक्षों का बड़ा योगदान है।
संरक्षण : सभ्यता के विकास के साथ-साथ वनों की कटाई अधिक होती जा रही है। जनसंख्या वृद्धि के कारण भी वनों का नाश होता जा रहा है। वृक्षों की उपयोगिता के बारे में वैज्ञानिकों के सुझाव लेकर, अधिक वृक्ष लगाये जा रहे हैं। उनके अनुसार भारत के कुल भू-भाग का एक तिहाई भाग वनहोना चाहिए।सन् 1950 में प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानी और साहित्यकारकन्हैयालाल माणिकलाल ने एक वन नीति की घोषणा की। इसमें वर्तमान वनों की रक्षा और पर्वतीय प्रदेशों में वृक्षारोपण सरकार ने वनों की कटाई पर रोक लगा दी और प्रतिवर्ष वन महोत्सव मनाए जाने लगे । प्रति वर्ष जुलाई के प्रथम सप्ताह में वक्षारोपण कार्यक्रम किया जाता है। श्री सुंदरालाल बहुगुण के वृक्षारोपण के प्रयास और ‘चिपको आंदोलन’ काफी लोकप्रिय है।
वनमहोत्सव के कारण धीरे-धीरे वृक्षों की संख्या और जंगी जानवरों की संख्या में वृद्धि होने लगी। ‘वन महोत्सव माह’ के नाम से पूरे देश में वृक्षों को लगाया जाता है।
उपसंहार : वृक्षों को लगाने से वनों में बढ़ोत्तरी होती है। आज अनेक सामाजिक संस्थाएं वृक्षारोपण के लिए कई कार्यक्रम कर रही है। वन-जागृति से यह आशा है कि हमारी धरती फिर से हरी-भरी हो जायेगी।
ज) ईटरेनेट क्रांति
- अर्थ/मतलब
- लाभ
- हनिया
- उपसंहार
आज का जमान इंटरनेट का जमाना है। बडे बूढों से लेकर छोटे बधों तक सब पर इंटरनेट का प्रभाव पड़ा है। इंटरनेट एक प्रभावकारी साधन है। बदली तकनीक के कारण जिंदगी को देखने क नजरिया बदल गय है।
इंटरनेट अनगिनत कंप्युटरों के कई अंतर्जालों का एक दूसरे संबंध स्थापित करने क जाल है। इंटरनेट द्वारा पल भर में बिना ज्यादा खर्च किए चित्र दुनिया के किसी भी कोने में भेजना मुमकिन हो गया है। इंटरनेट द्वारा टिकट बुकिंग, खरीदारी, बैकिंग, चिकित्सा, चित्र अगतू, देश – विदेश से हम आसानी से जुड़ सकते है।
इंटरनेट जितना उपयोगी है उतनाही वह गलत मार्ग पर ले जाता है। जैसे पैरसी बैकिंग फ्रांड, डैकिंग आदि बढ़ रही है। इंटरनेट के कारण बेरोजगारी भी बध रही है। इंटरनेट के जाल में फस गए है।
मनुष्य प्राणी है वह सोच – समझ है। उसे चाहिए कि वह इंटरनेट का सही उपयोगा करके अपनी प्रगति करें।
IX. 38. निम्नलिखित विषय के बारे में पत्र लिखिए। (1 x 5 = 5)
1. अपनी पढ़ाई के बारे में बताते हुए अपने पिताजी के नाम एक पत्र लिखिए:
उत्तरः
स्थल : बेंगलूर
दिनांक: …….
पूज्य पिताजी,
सादर प्रणाम।
यहां सकुशल हूँ। अपते और घरवालों के बारे में बताते हुए एक पत्र लिखिए। अगले महीने में परीक्षा होनेवाली है। इस परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने के लिए अच्छी तरह पा रहा है। आप चिंता मत कीजिए। अंत में बहन को मेरे प्यारे और माताजी को मेरा प्रणाम।
अपना प्रिय पुत्र
राम
सेवा में,
राजकुमार
88.2 क्रास
नेहरूनगर
शिवमोग्गा
अथवा
गाँव जाने के लिए चाप दिनों की छुट्टी मांगते हुए अपने प्रधानाध्यापक को एक पत्र लिखिए।
उत्तरः
स्थल का नाम : बेंगलूरु
ता : …………………….
प्रेषक,
सुमंत
दसवी कक्षाए विश्वग
प्रज्वल प्रोशिास्त
बेंगलूरू – ९१
सेवा में,
प्रधान अद्यापकजी,
बेंगलूर प्रौढ़शाला
प्रज्वल प्रोढ़शाला,
बंगलूरू- ९१
मान्यवर,
विषय : चार दिन की छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र। सविनय निवेदन है कि, मे मेरा गाँव जाने का कारण चार दिनो तक शाला में उपस्थित नही रह पहुंगा। इसलिए आज से ……………..से लेकर ……………..तक कुल मिलाकर चार दिन की छुट्टी देने के लिए कृपा कीजिए।
धन्यवाद सहित,
आपका आज्ञाकारी विधार्थी (भवदीय)
सुमंत
दसवीं कक्षा ‘ए’ विभाग