Students can Download Karnataka SSLC Hindi Model Question Paper 3 with Answers, Karnataka SSLC Hindi Model Question Papers with Answers helps you to revise the complete Karnataka State Board Syllabus and score more marks in your examinations.
Karnataka State Syllabus SSLC Hindi Model Question Paper 3 with Answers
Time: 2.30 Hours
Max Marks: 80
I. निम्नलिखित प्रश्नों के लिए चार – चार विकल्प सुझाए गए है, उनमें से सर्वाधिक उचित विकल्प चुनकर लिखिए (8 × 1 = 8)
प्रश्नः 1.
इनमें तत्पुरुष समास का उदाहरण है।
A. जीवेद
B. राजवंश
C. नीलकमल
D. राजा – गनी
उत्तरः
C. नीलकमल
प्रश्नः 2.
मजबूत का विलोम शब्द है।
A. मुलायम
B. चढाई
C. कमजोर
D. कोमल
उत्तरः
C. कमजोर
प्रश्नः 3.
भिखारी शब्द का अन्य लिंग रूप है।
A. भिखरीन
B. भिखरन .
C. भिखरिन
D. भिखरानी
उत्तरः
C. भिखरिन
प्रश्नः 4.
‘परमौषध’ शब्द का संधि है।
A. दिर्घ
B. वृद्धि
C. गुण
D. यण
उत्तरः
B. वृद्धि
प्रश्नः 5.
क्या तुम भक गई हो, सहि विराम चिन्ह – है।
A. प्रश्ना वाचक चिन्ह
B. आल्प विराम चिन्ह
C. विस्म्यादि बोधक चिन्ह
D. पूर्णविराम चिन्ह
उत्तरः
A. प्रश्ना वाचक चिन्ह
प्रश्नः 6.
आँखे खुलना मुहावरे अर्थ – है
A. ज्ञानोदय होना
B. शोर करना
C. तैयार होना
D. अटल रहना
उत्तरः
A. ज्ञानोदय होना
प्रश्नः 7.
इसमें प्रथम प्रेरणर्थक क्रिया रूप है
A. लिखावट
B. चढाई
C. सुनाना
D. बचना
उत्तरः
C. सुनाना
प्रश्नः 8.
में अभी बाजार – भुना लाता हूं उचित कारक होगा
A. से
B. कों
C. ने
D. पर
उत्तरः
A. से
II. निम्नलिखित प्रथम दो शब्दों के सूचित संबंधों के अनुरूप तीसरे शब्द का संबंधित शब्द लिखिए। (4 × 1 = 4)
प्रश्नः 9.
बसंत की सच्चाई : ईमानदारी की सीखा – गिल्लू :
उत्तरः
प्राणि की दया सिखा
प्रश्नः 10.
सक्सेना परीवार का रोबोट : रोबोनिल :: शर्म परिवार का रोबोट:
उत्तरः
रोबोदीप
प्रश्नः 11.
है किंग : अभिशाप :: ई – गवर्नेस :
उत्तरः
बरदान
प्रश्नः 12.
कावेरी : नदी :: जोग : .
उत्तरः
जल प्रयात
III. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर एक – एक वाक्यों में लिखिए। (1 × 4 = 4)
प्रश्नः 13.
स्वगत समिति के मंत्री किसको डाँटने लगे?
उत्तरः
स्वगत समिति के मंत्री कर्याकर्तओं को डाँटने लगे।
प्रश्नः 14.
अष्दुल कलाम जी के चचेरे भाई कौन थे?
उत्तरः
अब्दुल कलाम जी के चचेरे भाई अहमद जलालुद्दीन।
प्रश्नः 15.
समय के खोने से क्या होता है?
उत्तरः
समय के खोने से पछताना पड़ता है।
प्रश्नः 16.
कर्नाटक के कुछ जल प्रपातों के नाम लिखो?
उत्तरः
जोग, आब्बी, गोकाक, शिवन समुद्र कर्नाटक के प्रसिद्ध जलप्रपात है।
IV. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दो या तीन वाक्यों में लिखिए। (8 × 2 = 16)
प्रश्नः 17.
मनुष्य के जीवन में प्रकाश कब फैलता है?
उत्तरः
जब देहरी पर दीप जलाते है। तब अंदर – बाहर और चारों ओर से दीप का प्रकाश फौलता है। जीवन में प्रकाश पाने के लिए मुंह रूपी देहरी पर रामनाम रूपि दिप को जलाना है। हमेशा जप करना चाहिए।
प्रश्नः 18.
अब्दुल कलाम का बचपन निश्चितता और सादगी कैसे?
उत्तरः
अब्दुल कलाम जी के घर में सभी आवश्यक चीजे समुचित मात्रा में सुलभता से उपलब्द थी। इसलिए अब्दुल का बचपन बहुत ही का बचपन निश्चितता और सादगी से बीता।
प्रश्नः 19.
दिनकर जी के अनुसार मानव का सही परि चय क्या है?
उत्तरः
दिनकर जी इस कविता के द्वारा सह संदेश देना चाहते है कि आज के मानव ने प्रकृति के हर तत्व पर विजय प्राप्त कर ली है। किन्तु मानव – मानव के बीच स्नेह का बाँध – बांधना मानव मानव की सिद्धि है। जो मानव दूसरे मानव से प्रेम का रिश्ता जोडकर आपस की दूरी को मिटाए, वही मानव कहलाने का अधिकारी होगा।
प्रश्नः 20.
लेखिक का ध्यान आकर्षित करने के लिए गिल्लू क्या करता था?
उत्तरः
लेखिक का ध्यान आर्षित करने के लिए गिल्लू तरह – तरह की उपाय खोज निकलने वह लेखिका के पैर तक आकर सर्र से परदे पर चढ़ जाता और उसी तेजी से उत्तरता उसका यह दौड तब तक चलना जब तक की उसे खुद लेखिका ना उठाती।
प्रश्नः 21.
इंटरनेट का मतलब क्या है?
उत्तरः
इंटरनेट अनगिनत कंप्यूटरों के कई अंतर्जालो का एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का जाल है। यह विश्वव्यापी अंतर्जाल है। इंटरनेट आधुनिक जीवन शैली का महत्वपूर्ण अंग बनगया है।
प्रश्नः 22.
लेखक ने कमरा छोड़कर जाने का निर्णय क्यों लिया?
उत्तरः
लेखक के कमरे में लेखक का चप्पल, चादर, कम्बल यहाँ तक की ताल चोरी हो गई थी, वे सोचने लगे कि अगर में और कुछ देर तक रहे तो मै भी चोरी होती हूँ समझकर लेखक कमरा छोड़कर जाने का निर्णय किया।
प्रश्नः 23.
शनि का निर्माण किस प्रकार हुआ है?
उत्तरः
शनि का निर्माण हईड्रोजन, हीलियम, मीथेन, तथा एमोनियम गैसों से बना हुआ है।
अथवा
डल का सबसे बड ग्रह कौन-सा है?
उत्तरः
सौर मंडल का सबसे बड उपग्रह टाइटन है।
प्रश्नः 24.
शास्त्र मे सत्य बोलने का तरीका कैसा समझाय गया?
उत्तरः
शास्त्र में सत्य बोलने का तरीका बचपन से ही समझाना चाहिए। दूसरों को आप्रिय लगने वाला सत्या – नही बोलना चाहिए। इसलिए शास्त्र में इस तरह समझाय गय है- सत्यं यत्, प्रिय ब्रयत्, न ब्रयत् सत्यमप्रियम् अभ्रात्, सच बोले जो दूसरों को प्रिय लगे, अप्रिय सत्य मत बोले।
अथवा
मीना मेडम ने छात्रों से अंत में क्या कहा?
उत्तरः
मीना मेडम ने छात्रों से अंत में कहा कि-आज के बच्चे कल के नागरिक है, विद्यार्थि आज से नही अब से ही आप इन कर्तव्यों का पालन करना शुरू करन। इनसे आपका हित तो होगही देश का कल्याण “भी होगा।
V. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर तीन या चार वाक्यों में लिखिए। (9 × 3 = 27)
प्रश्नः 25.
बसंत के ईमानदारों के बारे परिचय दिजिए?
उत्तरः
बसंत ईमानदार लडका है। वह गरीब जरूर है कित्तु वह भीख मांगने नही चाहता। अपने से बने कार्य करता है। छोटी-छोटी चीजों को बेयन, चाहताहै। राजकिशोर दो पैसे देने के लिए तैयार भी थे। किन्तु बसंत उसे साफ इनकार कर कि – मैं भीख नहीं माँगूगा। दूसरी एक घटना है कि वह एक रूपया का छुट्टा लेने जाता है। उस के पैर मोटर के नीचे दब जाती है। ऐसी संदर्भ में भी बसंत ने अपने छोटे भाई प्रताप को सात चौदह आने राजकिशोर को लौटाए के लिए भेजता है। इस से बसंत को ईमानदारी साबित होती है।
प्रश्नः 26.
कर्नाटक की शिल्पकला का परिचय दिजिए?
उत्तरः
कर्नाटक की शिल्पकला अनोखी है। बादामी, ऐहोले, पट्टाकल्नु में जो मंदिर है, उनकी शिल्पकला और वास्तुकला अदभुत है। बेलूरू, हलेबीड, सोमनाथपुर के मंदिरों में पत्थर की सजिवमूर्तियाँ है। ये हमें रामायण और महाभारत की कहानियाँ सुनाती है। गोमेटेश्वर की 57 फुट ऊची एकशिला प्रतिमा शांति और त्याग का संदेश दे रही है। विजापुर का गोल – गुंबज वास्तुकला का अद्भुत नमूना है। मैसूर का राजमहल कर्नाटक के वैभव का प्रतीक है। प्राचीन सेंट फिलोमिना चर्च, जगानमोहन राजमहल का पुरातत्व वस्तु संग्रहालय अत्यंत आकार्षणीय है।
प्रश्नः 27.
बालकृष्ण अपनी माता से क्या क्या शिकायते करता है?
उत्तरः
बालकृष्ण अपनी माता से बलराम के प्रति यह शिकायत करता है कि बलराम अपने को खिजाता है, तू काला है, तुझे यशोदा ने ज न्म नही दिया बल्कि खरीद लिया, देखो तो तुम काले हो वे दोनों गोरे है। तुम काले हो इस तरह सब को सिखता है। सब मुझे देखकर चुटकी बजाकर हँसते है। बलराम सबको इस तरह करने के लिए सिखाता है।
प्रश्नः 28.
बिजेंद्री पाल पाठ से क्या संदेश मिलता है?
उत्तरः
बिछेद्री पाल पाठ का संदेश है कि बच्चे साहस गुण, सुदृढ, निध्य, परिश्रम, मुसीबतों का सामान करना इत्यादि आदर्श गुण सीखते है। इसके साथ हिमालय की ऊची चोटि की जानकारी भी प्राप्त करते है। यह पाट सिद्ध करता है कि मेहनत का फल अच्छा होता है।
प्रश्नः 29.
पांच हजार रूपये मिलने पर मोहन क्या सोचता है?
उत्तरः
मोहन, कलेक्टर साहब से पाँच हजार का लिफाफा लेकर उसे पुस्तकालय के उपयुक्त पुस्तक मांगने के लिए प्रधान अध्यापक को दो है।
प्रश्नः 30.
मनुष्य के लिए सुख की प्राप्ति कब संभव है?
उत्तरः
मनुष्य के लिए सुख की प्राप्ति तभी संभव है जब कि – सुसमय पर जो भी कार्य करना है उसे उसी समय है उसे समय में ही मन लगाकर करें, तभी सुख प्राप्ति होती है।
प्रश्नः 31.
धीरज सक्सेना को बुद्धिमान रोबोट की जरूरत क्यों थी?
उत्तरः
धीरज सक्सेना को बुद्धिमान रोबोट की जरूरत – इसलिए थी की उसके नाती-पोतों को होमवर्क करने के लिए एवं वर्ड प्रोफेसर पर काम संभालने के लिए भी था।
प्रश्नः 32.
दोहे का भावार्थ आपने शब्दों में लिखिए
उत्तरः
दया धर्म का मूल है, पाप का मूल अभिमाना तुलसी दया ना छाँडिये, जब लग घट में प्राण भावार्थ:
प्रस्तुत दोहे के द्वारा तुलसीदास ने स्पष्ट ता : बताया है कि दया धर्म का मूल है और अभिमान पाप का। इसलिए कवि कहते है कि जब तक शरीर में प्राण है, तब तक मानव को अपना अभिमान छोडकर दयालू बने रहन चाहिए।
प्रश्नः 33.
गध्यांश का आनुवाद कन्नड या अंग्रेजी में कीजिए:
उत्तरः
गिलहरियों के जीवन की अवधि दो वर्ष से अधिक नही होती, अत; गिल्लू की जीवन – यात्रा का अंत आ ही गया दिन भर उसने ना कुछ खया, ना वह बाहर गय।
ಅಳಿಲುಗಳ ಜೀವಿತ ಅವಧಿ ಎರಡು ವರ್ಷಗಳಿಗಿಂತ ಹೆಚ್ಚು ಇಲ್ಲ. ಗಿಲ್ಲುವಿನ ಜೀವನ ಯಾತ್ರೆಯ ಅಂತಿಮ ದಿನಗಳು ಬಂದಿತು. ದಿನ ಪೂರ್ತಿ ಗಿಲ್ಲು ಹೊರಗೂ ಬರಲಿಲ್ಲ. ಏನನ್ನು ತಿನ್ನಲಿಲ್ಲ.
The Life-span of squirrels is not more than two years. Gillu had come to its last days of its life. It did not come out nor eat anything for a the whole day.
VI. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर पाँच – छः वाक्यों में लिखिए (2 × 4 = 8)
प्रश्नः 34.
भारत मां के प्रकृति – सौंदर्य का वर्णन कीजिए
उत्तरः
प्राकृति माता ने कर्नाटक राज्य को अपने हाथों | से संवारकर सुंदर और समृद्ध बनाया है। कर्नाटक
के प्राकृतिक सुषमा नयन मनोहर है। पश्चिम में विशाल अरबी समुद्र है। दक्षिण से उत्तर छोर तक फैली पव्रतमाला ओं को पश्चिम घाट कहते है। उन इन्हीं घाटों का कुछ भग सहाद्रि कहलाता है। दक्षिण में निलगिरी की पर्वतमालाएं शोभायमन है।
अथवा
गिल्लू के कार्य – कलाप के बारे में लिखिए?
उत्तरः
लेखिका जब लिखने को बैठ जाती थी, तब गिल्लू उनको अपनी और आकर्षित करने के लिए उनके पैर तक आकर, सर करके परदे पर चढ जाता था। जब बाहर की गिलहरियाँ उसे चिक चिक करके बुलाति थी। तब लेखिका उसे बाहर जाने के लिए मुक्त करती थी। फिर गिल्लू चार बजे तक खेलकर घर वापस लौटता था वापस आकर सीधे अपने झूलें में झूलने लगाता था।
लेखिका को चौंकाने के लिए वह कहीं न कहीं छिप जात था। जब लेखिका खना खाने बैठ जाती, तब उनकी ठनी मे बैठने के लिए आता था। लेखिका ने उसे बडी कठिनाई से थाली के पास बैठना सिखया और फिर गिल्लू ने एक – एक चावल चुनकरखने की आदत दाल दी। काजू, उसका प्रिय खाद्य था। अगर काजू के अलावा कुछ दिया जाता, तो उसे झुले के नीचे फेंक देता था।
प्रश्नः 35.
निम्नलिखित कवितांश पूर्ण कीजिए:
उत्तरः
असफता एक चुनौती है, इसे स्वीकार करो, क्या कमी रह गई, देखो और सुधार करो। जब तक न सफल हो, नींद चैन को त्यागो तुम
संघर्ष का मैदान छोड़कर मत भागो तुम।
VII. निम्नलिखित गध्यांश ध्यानपूर्वक पढ़कर नीचे प दिए गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए :(1 × 4 = 4)
वन और पर्यावरण का गहर संबंध है। वन प्रकृति की अमूल्य संपदा है। वन जीवनदायक है। वन वर्षों लाने का कारण बनकर पर्यावरण की रक्षा करते है। वनों की क्या से भूमि का कटाव रूकता है। सूखा कम पड़ता है तथा रेगिस्तान का फैलाव रूकता है। मानव सभ्यता – संस्कृति की रक्षा तरह ‘- तरह की वनस्पतियों और औषधियों आदि की रक्षा के लिए बन संरक्षण आवश्यक है। पर्यावरण को ठीक रखने के लिए वनों के कटाव रोकना होगा।
प्रश्न:
क) हमें वन संरक्षण क्यों करना चहिए?
उत्तरः
वनस्पतियों और औषधियों आदि की रक्षा के लिए वन संरक्षण आवश्यक है।
ख) वनों से क्या – क्या लाभ होते है?
उत्तरः
वनों की क्या से भूमि का कटाव रूकता है। सूखा काम पड़ता है तठा रेगिस्तान का फैलाव रूकता है।
ग) वन किसकी आमूल्य संपदा है?
उत्तरः
वन प्रकृति की अमूल्य संपदा है।
घ) वन पर्यावरण की रक्षा कैसे करते है?
उत्तरः
वन जीवनदायक है। वन वषो का कारण बनकर पर्यावरण की रक्षा करते है।
VIII. 37. दिया गया संकेत बिंदुओ के आधार 1 पर 12-15 याक्यों में किसी एक विषय के बारे में निबंध लिखिए। (1 × 4= 4)
क) इंटरनेट का महत्व :
इंटरनेट अनगिनत कंप्यूटरों के कई अंतर्जालों का एक दूसरे से संबंध स्थापित करने का जाल है। आज इनमान के लिए खान-पान जितना ज़रूरी है, इंटरनेट भी इतना ही आवश्यक हो गया है।
इंटरनेट द्वारा घर बैठे-बैठे खरीदारी कर सकते है। कोई भी बिल भर सकते हैं। इससे दुकान जाने और लाइन में घंटों तक खड़े रहने का समय बच सकता है। इंटरनेट बैंकिंग द्वारा दुनिया की किसी भी जगह पर जितनी भी रकन भेजी जा सकती है।
इंटरनेट की वजह से पैरसी, बैंकिंग फ्रा, हैकिंग (सूचना/खबरों की चोरी) आदि बढ़ रही है । मुक्त वेब साइट, चैटिंग आदि से युवा पीढ़ी ही नहीं बच्चे भी इंटरनेट की कबंध बाँहों के पाश में फंसे हुए हैं। इससे वक्त का दुरुपयोग होता है और बच्चे अनुपयुक्त और अनावश्यक जानकारी हासिल कर रहे हैं। इसलिए आप लोगों को इंटरनेट से सचेत रहना चाहिए।
वैज्ञानिक आविष्कारों ने मानव जीवन को सुविधाजनक बनाया है। इंटरनेट ने मानव की जीवनशैली और उसकी सोच से क्रांतिकारी परिवर्तन लाया है। आज इंटरनेट के बिना संचार व सूचना दोनों क्षेत्र कमजोर हो जाते हैं। इंटरनेट ने पूरी दुनिया को एक जगह ला खड़ा कर दिया है। जीवन के हर क्षेत्र में इंटरनेट का बहुत बड़ा योगदान है। इंटरनेट वरदान है तो अभिशाप भी है।
ख) स्वच्छ भारत अभियान
- भूमिका
- सफाई का महत्व
- अभियान को सफल बनाने में आपके सुझाव
- उपसंहार।
भूमिका : हमारे चारों ओर के वातावरण को स्वच्छा की रखना ही स्वच्छ भारत अभियान का उद्देश ही है। इन्हे हमारे प्रधानमंत्री जी, गाँधी जयंती के दिन घोषण की।
सफाई का महत्त्व : सफाई करने से हमारा वातावरण स्वच्छ रहता इससे हमारा स्वस्थन अच्छा रहता है। मन आनंद से मरा रहता है। इसलिए हम हमेशा हमारे परिसर को स्वच्छना के साथ रखना चाहिए।
अभियान को सफल बनाने में आपके सुझाव : हम अभियान को सफल बनाने में हम सभी एक साथ मिलकर अपना घर ही नही हमारे समाज को ही साफ रखना चाहिए।
उपसंहार : एक व्यक्ति अपना परिवार एक परिवार एक रास्ना, एक रस्ता के लोग अपना एरिया को स्वच्छा के रखने का निर्जय लेना है। सभी मिलकर स्वच्छ भारत अभियान को सफल बनाना है।
ग) पुस्तकालय
- अर्थ
- प्रकार
- उपयोगिता
- उपसंहार।
पुस्तकालय का आशय है – पुस्तक + आलय के योग से बना है। जिसका अर्थ है – पुस्तकों का घर। इस पुस्तकालय के अंदर हर भाषा के रूप में काव्य, निबंध, नाटक, एकांकी, कहानी, उपन्यास आदि ज्ञान संबंधित पुस्तकें मिल सकती है । पुस्तकालय ज्ञान भंडार का एक सर्वश्रेष्ठ साधन है।
आजकल अनेक प्रकार के पुस्तकालय देखे जाते है। गाँवों में और नगरों में सरकारी पुस्तकालय अवश्य मिलती है। ठीक उसी प्रकार स्कूलों में और कॉलेजों में पुस्तकालय की सजावट रहती है। आजकल चलतेफिरते पुस्तकालय भी देखने में मिलते हैं। मनुष्य के मानसिक स्वास्थ्य के लिए जानर्जान करना अति आवश्यक है। जिनको पढ़ने-लिखने का शौक होता है, वे किसी भी एक पुस्तकालय का सदस्य बनकर उनके साथ साथ जोड़ लेता है । महान व्यक्तियों का, महात्माओं का, कवियों का, लेखकों का, देश-विदेश तथा विश्व की घटनाओं का परिचय मिल सकता है । इसलिए हर एक व्यक्ति समय का सदुपयोग करके पुस्तकालय से ज्ञान भंडार प्राप्त कर लेता है। स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थी और विद्यार्थिनियों को पुस्तकालय बहुत लाभकारी है। बूंद का कहना है कि अभ्यास करते रहने से मूर्ख भी बुद्धिमान हो जात है। गरीबी के कारण कई विद्यार्थी पुस्तकें खरीद नहीं सकते हैं । पुस्तकालय में बैठकर आसानी से उनका अभ्यास कर सकते हैं। पुस्तकें मनुष्य को शुद्ध ज्ञान, नवीन विचार, क्रियाशीलता आदि प्रदान कर मार्गदर्शन या मित्र बनता है।
पुस्तकालय देश की प्रगति में और सुधार में सहायक होता है । इसलिए सरकार पुस्तकालयों के निर्माण और उनकी उन्नति के लिए आर्थिक सहायत देती हैं। जब-जब समय मिलता है तब-तब पुस्तकालय का उपयोग करके ज्ञान प्राप्त करलेना-हर एक व्यक्ति का कर्तव्य है।
प्रश्नः 38
निम्नलिखित विषय के बारे में पत्र लिखिए। (1 × 5 = 5)
अपनी पढ़ाई के बारे में बताते हुए अपने पिताजी के नाम एक पत्र लिखिए:
उत्तरः
स्थल : बेंगलूर
दिनांक : ……..
पूज्य पिताजी,
सादर प्रणाम।
मैं यहां सकुशल हूँ। अपने और घरवालों के बारे में बताते हुए एक पत्र लिखिए। अगले महीने में परीक्षा होनेवाली है। इस परीक्षा में प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण होने के लिए अच्छी तरह पा रहा हूँ। आप चिंता मत कीजिए। अंत में बहन को मेरे प्यारे और माताजी को मेरा प्रणाम।
अपना प्रिय पुत्र
राम
सेवा में,
राजकुमार
88, 2 क्रास
नेहरूनगर
शिवमोग्गा
अथवा
गाँव जाने के लिए चार दिनों की छुट्टी मांगते हुए अपने प्रधानाध्यापक को एक पत्र लिखिए।
स्थल का नाम : बैंगलूरु
ता:………
प्रेषक
मोहन,
दसवी कक्षा ए विभाग,
प्रज्वल प्रौढ़शाला,
बेंगलूरू – ९१
सेवा में,
प्रधान अद्यापकजी,
बैंगलूर प्रौद्रशाला
प्रज्वल प्रौद्रशाला,
बेंगलूरू – ९१
मान्यवर,
विषय : चार दिन की छुट्टी के लिए प्रार्थना पत्र ।
सविनय निवेदन है कि, मे मेरा गाँव जाने का कारण चार दिनो तक शाला मे उपस्थित नही रह पहुंगा । इसलिए आज से ……………से लेकर …………… तक कुल मिलाकर चार दिन की छुट्टी देने के लिए कपा कीजिए।
धन्यवाद सहित,
आपका आज्ञाकारी विधार्थी (भवदीय)
मोहन
दसवीं कक्षा ‘ए’ विभाग